फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक बार पालतू कुत्तों पर वार्षिक टैक्स लगाया गया। पर बहुत लोग टैक्स देने का समय आने पर अपने कुत्तों को छिपा देते थे। उन्हें पकड़ने के लिए वहां की सरकार ने कुछ ऐसे आदमी नौकर रखे, जो कुत्तों की बोली बोल सकते थे। ये लोग रात को कुत्तों की बोली बोलते फिरते थे। जिस घर में कुत्ता होता, वह इन आदमियों के मुंह से कुत्तों की बोली सुनकर अवश्य ही भौंक पड़ता। बस ये लग उस घर का नंबर नोट कर लेते। सबेरे ही उस घर पर टैक्स-कलेक्टर आ खड़ा हो जाता।
बुधवार, 20 मई 2009
कुत्तों की बोली बोलनेवाले टैक्स-कलेक्टर
प्रस्तुतकर्ता बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायण पर 9:17 pm
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1 Comment:
काश ! मेरा पालतू कुत्ता भी इन हमारे टैक्स चोर नेतावो की बोली बोल पाता, मैं भी उसे इन्कम टैक्स दफ्तर में भर्ती कर देता !
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