सूरज आग का एक विशाल गोला है जो चारों ओर गरमी और प्रकाश बिखेरता रहता है। सूरज सौर मंडल के केंद्र में स्थित है। पृथ्वी तथा अन्य ग्रह उसके चक्कर काटते हैं। पृथ्वी पर जीवन का पोषक सूरज ही है।
सूरज का व्यास पृथ्वी के व्यास से लगभग 100 गुन ज्यादा है। सूरज पृथ्वी से 3 लाख गुना अधिक भारी है। पृथ्वी से वह 15 करोड़ किलोमीटर दूर है। उसकी आयु 5 अरब वर्ष है। जिस तरह पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है, उसी तरह सूरज भी समस्त सौर मंडल के साथ आकाशगंगा नामक तारामंडल के केंद्र की परिक्रमा करता है। एक परिक्रमा पूरा करने में उसे 20 करोड़ वर्ष लगते हैं। सूरज का अधिकांश भाग हीलियम नामक अत्यंत हल्के गैस से बना हुआ है। सूरज की एक बार परिक्रम करते हुए पृथ्वी 1 अरब किलोमीटर की दूरी तय करती है।
शनिवार, 16 मई 2009
सूरज अद्भुत सूरज
प्रस्तुतकर्ता बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायण पर 7:30 am
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