सिखों का पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहब है। उसमें सिक्खों के सभी दस गुरुओं और अनेक अन्य संतों की रचनाएं संकलित की गई हैं। इन संतों में हिंदू और मुसलमान दोनों शामिल हैं। सिक्ख अपने गुरुओं के अथवा भगवान के चित्र, मूर्ति आदि प्रदर्शित नहीं करते। उनके देवालयों में, जिन्हें गुरुद्वारा कहा जाता है, गुरु ग्रंथ साहब ही प्रतिष्ठित रहता है।
मंगलवार, 2 जून 2009
सिखों का पवित्र ग्रंथ
प्रस्तुतकर्ता बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायण पर 8:22 am
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